Railway to privatize ticket checking system
दिल्ली के आनंद विहार, पुणे, सिकंदराबाद और चंडीगढ़ स्टेशनों पर टिकट चेकिंग का काम इसी महीने से निजी कंपनियों के मार्शल करने लगेंगे। आनंद विहार टर्मिनल पर 15 फरवरी से ही यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।
इसके साथ ही पार्किंग, प्लेटफॉर्म टिकट, खानपान सेवाएं, प्रतीक्षालय आदि के प्रबंधन का जिम्मा भी तीन वर्षों के लिए निजी कंपनियों को सौंपा जाएगा। इंडियन रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आईआरएसडीसी) के अध्यक्ष एस.के. लोहिया ने बताया कि पीपीपी मोड में कुछ स्टेशनों पर भीड़ व प्लेटफॉर्म प्रबंधन, टिकट चेकिंग का काम निजी माशर्ल के हाथों में दिया जाएगा। उनके साथ रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान भी होंगे। प्लेटफार्म पर भगदड़ से निपटने के लिए स्टेशन के प्रवेश-निकास की व्यवस्था पृथक होगी। रेलवे बोर्ड के सदस्य (इंजीनियरिंग) विश्वेश चौबे और लोहिया ने कहा कि स्टेशनों पर पहली बार ‘इंटीग्रेटेड फैसिलिटी मैनेजमेंट’ शुरू किया गया है। भविष्य में अन्य स्टेशनों, खासकर ए एवं ए1 श्रेणी के स्टेशनों को भी योजना में लाया जाएगा। .
बेंगलुरु में शुरू : बेंगलुरु स्टेशन पर इसी महीने 5 फरवरी को योजना का शुभारंभ किया जा चुका है। आईआरएसडीसी स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रम के तहत आनंद विहार, चंडीगढ़ स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 600 करोड़ रुपये कर्ज भारतीय रेल वित्त निगम से ले रहा है।
कंपनी को प्लेटफॉर्म पर निजी खानपान के स्टॉल लगाने एवं खान-पान की वस्तुओं के दाम पर विकास शुल्क और शौचालयों के उपयोग पर भी शुल्क लगाने की छूट दी सकती है। इससे दरों में वृद्धि हो सकती है। विदित हो कि भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर पार्किंग शुल्क की ऊंची दरों को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है। .
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